संस्कारी confession
एक संस्कारी चुदासी घोड़ी को बिस्तर पर रानी वाला प्यार नहीं चाहिए, उसे बिस्तर पर एक रा***ड जैसी दर्द भरी रगड़ाई महसूस करनी होती है।
जिससे उसको भी लगे की उसकी लगाम किसी ताकतवर घोड़े असलम पठान के हाथ में आई है जो अपने हथोड़े से लगातार उसकी बच्चेदनी पर चोट मरता है, और उसे रोने भी ना देता है। रगड़ रगड़ कर ठोके जैसे गर्म गर्म लोहे पर हथोड़ा मरते हैं ऐसे संस्कारी कि योनि मै दमदार ताकतवर औजार को इतनी तेज़ तेज़ डालू कि योनि लाल हो जाये फूल जाये औजार के मर से औरतों बस बस करें ओर मर्द ना सुने ज़ब तक औजार पानी ना छोड़ दे तब तक पर घोड़े को दौड़ते रहो तब जा कर एक संस्कारी नारी को चरम सुख कि अनुभूति होती हैं ज़ब वहा मुझे जैसे कि गुलाम बनो को भी तैयार हो जाती हैं